अजीब सानेहा मुझ पर गुज़र गया यारो By Sher << चले हो दश्त को 'नाज़ि... क्यूँ जवानी की मुझे याद आ... >> अजीब सानेहा मुझ पर गुज़र गया यारो मैं अपने साए से कल रात डर गया यारो Share on: