अक़्ल कहती है न जा कूचा-ए-क़ातिल की तरफ़ By Sher << तू भी देखेगा ज़रा रंग उतर... तुम्हारी मौत ने मारा है ज... >> अक़्ल कहती है न जा कूचा-ए-क़ातिल की तरफ़ सरफ़रोशी की हवस कहती है चल क्या होगा Share on: