अख़बार में रोज़ाना वही शोर है यानी By Sher << मौत उस की है करे जिस का ज... न अजनबी है कोई और न आश्ना... >> अख़बार में रोज़ाना वही शोर है यानी अपने से ये हालात सँवर क्यूँ नहीं जाते Share on: