ज़ानू पर 'अमीर' सर को रक्खे By Sher << आज मौसम भी कुछ उदास मिला लचक है शाख़ों में जुम्बिश... >> ज़ानू पर 'अमीर' सर को रक्खे पहरों गुज़रे कि रो रहे हैं Share on: