अब और इस के सिवा चाहते हो क्या 'मुल्ला' By Sher << अब बन के फ़लक-ज़ाद दिखाते... आईना-ए-रंगीन जिगर कुछ भी ... >> अब और इस के सिवा चाहते हो क्या 'मुल्ला' ये कम है उस ने तुम्हें मुस्कुरा के देख लिया Share on: