गले लगा के किया नज़्र-ए-शो'ला-ए-आतिश By Sher << ग़म-ए-हयात शरीक-ए-ग़म-ए-म... फ़र्क़ जो कुछ है वो मुतरि... >> गले लगा के किया नज़्र-ए-शो'ला-ए-आतिश क़फ़स से छूट के फिर आशियाँ मिले न मिले Share on: