अंगड़ाई भी वो लेने न पाए उठा के हाथ By Sher << हर शय से पलट रही हैं नज़र... दिन को दफ़्तर में अकेला श... >> अंगड़ाई भी वो लेने न पाए उठा के हाथ देखा जो मुझ को छोड़ दिए मुस्कुरा के हाथ Share on: