'अनवर' मिरी नज़र को ये किस की नज़र लगी By Sher << जब भी की तहरीर अपनी दास्त... अपनी ज़बाँ से कुछ न कहेंग... >> 'अनवर' मिरी नज़र को ये किस की नज़र लगी गोभी का फूल मुझ को लगे है गुलाब का Share on: