आदमी के लिए रोना है बड़ी बात 'शुऊर' By Sher << हम तो उस पस्ती-ए-एहसास पे... भाव ताओ में कमी बेशी नहीं... >> आदमी के लिए रोना है बड़ी बात 'शुऊर' हँस तो सकते हैं सब इंसान हँसी में क्या है Share on: