अपने ही पैरों से अपना-आप रौंद By Sher << गोया तुम्हारी याद ही मेरा... अहल-ए-दुनिया से मुझे तो क... >> अपने ही पैरों से अपना-आप रौंद अपनी हस्ती को मिटा कर रक़्स कर Share on: