अपने बदन से लिपटा हुआ आदमी था मैं By Sher << बरसों में भी छू जाए किसी ... दुनिया सबब-ए-शोरिश-ए-ग़म ... >> अपने बदन से लिपटा हुआ आदमी था मैं मुझ से छुड़ा के मुझ को बता कौन ले गया Share on: