अपनी तो कोई बात बनाए नहीं बनी By Sher << चलूँ तो मस्लहत ये कह के प... 'अदम' रोज़-ए-अजल ... >> अपनी तो कोई बात बनाए नहीं बनी कुछ हम न कह सके तो कुछ उस ने नहीं सुनी Share on: