आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू By Sher << जब उठे तूफ़ाँ तो कोई चीज़... गुल-ओ-गुलचीं का गिला बुलब... >> आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला Share on: