असर ज़ुल्फ़ का बरमला हो गया By ज़ुल्फ़, Sher << माना कि मैं हज़ार फ़सीलों... दर-ए-इम्कान की दस्तक मुझे... >> असर ज़ुल्फ़ का बरमला हो गया बलाओं से मिल कर बला हो गया Share on: