दर-ए-इम्कान की दस्तक मुझे भेजी गई है By Sher << असर ज़ुल्फ़ का बरमला हो ग... ऐ सकिनान-ए-चर्ख़-ए-मुअल्ल... >> दर-ए-इम्कान की दस्तक मुझे भेजी गई है मेरी क़िस्मत में तो मौजूद की दौलत नहीं है Share on: