और कुछ भी मुझे दरकार नहीं है लेकिन By Sher << उसे ले कर जो गाड़ी जा चुक... मैं ये भी चाहती हूँ तिरा ... >> और कुछ भी मुझे दरकार नहीं है लेकिन मेरी चादर मिरे पैरों के बराबर कर दे Share on: