मैं ये भी चाहती हूँ तिरा घर बसा रहे By Sher << और कुछ भी मुझे दरकार नहीं... हम जो शब को ना-गहाँ उस शो... >> मैं ये भी चाहती हूँ तिरा घर बसा रहे और ये भी चाहती हूँ कि तू अपने घर न जाए Share on: