और कुछ यूँ हुआ कि बच्चों ने By Sher << बला की हुस्न-वर है 'अ... कहाँ क़रार है कहने को दिल... >> और कुछ यूँ हुआ कि बच्चों ने छीना-झपटी में तोड़ डाला मुझे Share on: