अयाँ है शक्ल तिरी यूँ हमारे सीना से By Sher << 'बेदार' राह-ए-इश्... अजब की साहिरी उस मन-हरन क... >> अयाँ है शक्ल तिरी यूँ हमारे सीना से कि जूँ शराब नुमायाँ हो आबगीना से Share on: