बाद-ए-तर्क-ए-आरज़ू बैठा हूँ कैसा मुतमइन By Sher << हर कोई अपनी फ़हम-ए-नाक़िस... झोंके के साथ छत गई दस्तक ... >> बाद-ए-तर्क-ए-आरज़ू बैठा हूँ कैसा मुतमइन हो गई आसाँ हर इक मुश्किल ब-आसानी मिरी Share on: