बग़ैर सम्त के चलना भी काम आ ही गया By Sher << बचपन में हम ही थे या था औ... यूँ दिल है सर-ब-सज्दा किस... >> बग़ैर सम्त के चलना भी काम आ ही गया फ़सील-ए-शहर के बाहर भी एक दुनिया थी Share on: