यूँ दिल है सर-ब-सज्दा किसी के हुज़ूर में By Sher << बग़ैर सम्त के चलना भी काम... आइना देख के ख़ुर्शीद पे क... >> यूँ दिल है सर-ब-सज्दा किसी के हुज़ूर में जैसे कि ग़ोता-ज़न हो कोई बहर-ए-नूर में Share on: