बगूले उस के सर पर चीख़ते थे By Sher << अब किस को याँ बुलाएँ किस ... दूर तक फैला हुआ है एक अन-... >> बगूले उस के सर पर चीख़ते थे मगर वो आदमी चुप ज़ात का था Share on: