बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं By Sher << बिकता रहता सर-ए-बाज़ार कई... हुआ है क़र्या-ए-जाँ में य... >> बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं कुछ ख़्वाब मिरे ऐन-जवानी में मरे हैं Share on: