हुआ है क़र्या-ए-जाँ में ये सानेहा कैसा By Sher << बहती हुई आँखों की रवानी म... हिज्र इंसाँ के ख़द-ओ-ख़ाल... >> हुआ है क़र्या-ए-जाँ में ये सानेहा कैसा मिरे वजूद के अंदर है ज़लज़ला कैसा Share on: