बर्क़ बाराँ तीरगी और ज़लज़ला By Sher << इश्क़ जैसे कहीं छूने से भ... अपनी हालत का ख़ुद एहसास न... >> बर्क़ बाराँ तीरगी और ज़लज़ला बदला बदला सा है मौसम का मिज़ाज Share on: