बरसों गुल-ए-ख़ुर्शीद ओ गुल-ए-माह को देखा By Sher << बे तेरे मुझे दीद का कुछ श... अपने कूचे में मुझे रोने त... >> बरसों गुल-ए-ख़ुर्शीद ओ गुल-ए-माह को देखा ताज़ा कोई दिखलाए हमें चर्ख़-ए-कुहन फूल Share on: