बरताव इस तरह का रहे हर किसी के साथ By Sher << जो रेज़ा रेज़ा नहीं दिल उ... बग़ैर-ए-जिस्म भी है जिस्म... >> बरताव इस तरह का रहे हर किसी के साथ ख़ुद को लिए दिए भी रहो दोस्ती के साथ Share on: