बस एक बार ही तोड़ा जहाँ ने अहद-ए-वफ़ा By Sher << जंग से जंगल बना जंगल से म... अल्लाह अल्लाह ये फ़ज़ा-ए-... >> बस एक बार ही तोड़ा जहाँ ने अहद-ए-वफ़ा किसी से हम ने फिर अहद-ए-वफ़ा किया ही नहीं Share on: