अल्लाह अल्लाह ये फ़ज़ा-ए-दुश्मन-ए-मेहर-ओ-वफ़ा By Sher << बस एक बार ही तोड़ा जहाँ न... किसी ने मुझ से कह दिया था... >> अल्लाह अल्लाह ये फ़ज़ा-ए-दुश्मन-ए-मेहर-ओ-वफ़ा आश्ना के नाम से होता है बरहम आश्ना Share on: