बस इस ख़याल से देखा तमाम लोगों को By Sher << ख़्वाब नद्दी सा गुज़र जाए... अहबाब से रखता हूँ कुछ उम्... >> बस इस ख़याल से देखा तमाम लोगों को जो आज ऐसे हैं कैसे वो कल रहे होंगे Share on: