बस इतना याद है तुझ से मिला था रस्ते में By Sher << किस के बदन की नर्मियाँ हा... फिर दयार-ए-हिन्द को आबाद ... >> बस इतना याद है तुझ से मिला था रस्ते में फिर अपने आप से रहना पड़ा जुदा बरसों Share on: