बता नसीब-ए-नशेमन मैं क्या दुआ माँगूँ By Sher << उन की तरफ़ भी देखो ज़रा ऐ... उँगलियाँ घिस गईं याँ हाथो... >> बता नसीब-ए-नशेमन मैं क्या दुआ माँगूँ जो आसमाँ की तरफ़ रौशनी नज़र आए Share on: