बे-समर पेड़ों को चूमेंगे सबा के सब्ज़ लब By Sher << जो न कट सका वो निशान था क... अम्न था प्यार था मोहब्बत ... >> बे-समर पेड़ों को चूमेंगे सबा के सब्ज़ लब देख लेना ये ख़िज़ाँ बे-दस्त-ओ-पा रह जाएगी Share on: