भूक में इश्क़ की तहज़ीब भी मर जाती है By Sher << बिछड़ के भी वो मिरे साथ ह... बस इक पुकार पे दरवाज़ा खो... >> भूक में इश्क़ की तहज़ीब भी मर जाती है चाँद आकाश पे थाली की तरह लगता है Share on: