बिछड़ के भी वो मिरे साथ ही रहा हर दम By Sher << घर के दीवार-ओ-दर पे शाम ह... भूक में इश्क़ की तहज़ीब भ... >> बिछड़ के भी वो मिरे साथ ही रहा हर दम सफ़र के बा'द भी मैं रेल में सवार रहा Share on: