भूल जाओगे कि रहते थे यहाँ दूसरे लोग By Sher << पहला पत्थर याद हमेशा रहता... फ़ुरात-ए-चश्म पे है कर्बल... >> भूल जाओगे कि रहते थे यहाँ दूसरे लोग कल फिर आबाद करेंगे ये मकाँ दूसरे लोग Share on: