बिछड़ते वक़्त उन आँखों में थी हमारी ग़ज़ल By Sher << कहने को ग़म-ए-हिज्र बड़ा ... किसी के इश्क़ में ये हाल-... >> बिछड़ते वक़्त उन आँखों में थी हमारी ग़ज़ल ग़ज़ल भी वो जो किसी को अभी सुनाई न थी Share on: