बिकता तो नहीं हूँ न मिरे दाम बहुत हैं By Sher << इक खिलौना टूट जाएगा नया म... बिछड़ के तुझ से न देखा गय... >> बिकता तो नहीं हूँ न मिरे दाम बहुत हैं रस्ते में पड़ा हूँ कि उठा कोई आ कर Share on: