बिखरता जाता है कमरे में सिगरटों का धुआँ By Sher << मैं रात सुस्त अनासिर से त... कुछ ख़बर ले कि तेरी महफ़ि... >> बिखरता जाता है कमरे में सिगरटों का धुआँ पड़ा है ख़्वाब कोई चाय की प्याली में Share on: