बिखरे हुए ख़्वाबों की वो तस्वीर है शायद By Sher << एहसास-ए-तीरगी था उसे रौशन... फ़ोन पर बात हुई उस से तो ... >> बिखरे हुए ख़्वाबों की वो तस्वीर है शायद अब ये भी नहीं याद कहाँ उस से मिला था Share on: