बोलता हूँ तो मिरे होंट झुलस जाते हैं By Sher << आज़ुर्दा कुछ हैं शायद वर्... ज़िंदगी इश्क़-ओ-मोहब्बत स... >> बोलता हूँ तो मिरे होंट झुलस जाते हैं उस को ये बात बताने में बड़ी देर लगी Share on: