बुझती हुई सी एक शबीह ज़ेहन में लिए By Sher << कौन है तुझ सा जो बाँटे मि... कभी सय्याद का खटका है कभी... >> बुझती हुई सी एक शबीह ज़ेहन में लिए मिटती हुई सितारों की सफ़ देखते रहे Share on: