बुतों के पहले बंदे थे मिसों के अब हुए ख़ादिम By Sher << एक ही वक़्त में प्यासे भी... मसअले तो ज़िंदगी में रोज़... >> बुतों के पहले बंदे थे मिसों के अब हुए ख़ादिम हमें हर अहद में मुश्किल रहा है बा-ख़ुदा होना Share on: