मसअले तो ज़िंदगी में रोज़ आते हैं मगर By Sher << बुतों के पहले बंदे थे मिस... अपनी यादें उस से वापस माँ... >> मसअले तो ज़िंदगी में रोज़ आते हैं मगर ज़िंदगी के मसअलों का हल निकलना चाहिए Share on: