चौखटा दिल का यहाँ है हू-ब-हू तुझ सा कोई By Sher << दरिया पे टीकरी से परे ख़ा... अख़रोट खाएँ तापें अँगेठी ... >> चौखटा दिल का यहाँ है हू-ब-हू तुझ सा कोई होंट भी आँखें भी छब ढब भी तुझी सा फ़ेस भी Share on: