चेहरे से झाड़ पिछले बरस की कुदूरतें By Sher << ज़िंदगी कोह-ए-बे-सुतूँ गो... चेहरे से झाड़ पिछले बरस की कुदूरतें दीवार से पुराना कैलन्डर उतार दे Share on: