चीज़ें अपनी जगह पे रहती हैं By Sher << इब्तिदा मुझ में इंतिहा मु... निकल के जाऊँ कहाँ मैं हिस... >> चीज़ें अपनी जगह पे रहती हैं तीरगी बस उन्हें छुपाती है Share on: