चुटकियाँ दिल में मिरे लेने लगा नाख़ुन-ए-इश्क़ By Sher << हर दर पे इक बाँग लगावें भ... चारासाज़ों की चारा-साज़ी ... >> चुटकियाँ दिल में मिरे लेने लगा नाख़ुन-ए-इश्क़ गुल-बदन देख के उस गुल का बदन याद आया Share on: