हर दर पे इक बाँग लगावें भला करो बस भला करो By Sher << बात चल निकलेगी फिर इक़रार... चुटकियाँ दिल में मिरे लेन... >> हर दर पे इक बाँग लगावें भला करो बस भला करो एक ही शिकवा एक ही नाला सुब्ह किया और शाम किया Share on: